
हर किसान को आज एक AI खेती सहायक की ज़रूरत क्यों है?
एक किसान की बात – अब खेती में तकनीक की ज़रूरत है “पहले सब कुछ मौसम और किस्मत पर छोड़ देते थे… अब मेरे पास
एक किसान की बात – अब खेती में तकनीक की ज़रूरत है “पहले सब कुछ मौसम और किस्मत पर छोड़ देते थे… अब मेरे पास
Resources : The India Meteorological Department (IMD) has forecast an intense monsoon phase across multiple regions, driven by a low-pressure system over southwest Gangetic West
बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने राज्य में मछली पालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “मत्स्य प्रजाति का विविधिकरण योजना की
क्या आपने कभी सोचा है कि एक छोटी-सी मधुमक्खी हमारी फसल, मिट्टी और भोजन व्यवस्था को कैसे बचा सकती है? जब हम तकनीक, सस्टेनेबिलिटी और
भारत की सबसे अमीर महिला किसान और प्राकृतिक खेती की चैंपियन राजकोट, गुजरात की नितुबेन पटेल, जिन्हें निताबेन कर्णाणी के नाम से भी जाना जाता
खेती अब परंपरागत तरीके से आगे बढ़ चुकी है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग, और सटीक कृषि (Precision Agriculture) जैसी नई तकनीकों ने खेती को
आज के आधुनिक दौर में खेती भी तकनीक की दिशा में तेजी से बढ़ रही है। खेतों के ऊपर उड़ती मशीन यानी कृषि ड्रोन अब
देश में गन्ने की खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक एक नई क्रांति की ओर अग्रसर है। इस तकनीक के जरिए जहां फसल की उत्पादकता
देश के विभिन्न हिस्सों में खरीफ फसलों की बुवाई पहले ही शुरू हो चुकी है। इस बीच मानसून 2025 के आगमन की गति से किसानों
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले की भट्ठाकुफर फल मंडी में इस बार एक नया ट्रेंड देखने को मिला है- पारंपरिक सेब की जगह अब ब्लैक
खेती में नई सोच और फसल विविधता ही आज के स्मार्ट किसान की पहचान है। सागर जिले के टेहरा-टेहरी गाँव के प्रगतिशील किसान श्री राघु
सोलन जिले के प्रगतिशील किसान अब अपने गांव के किसानों को आधुनिक खेती के गुर सिखा रहे हैं। किसान अपने अनुभव साझा कर रहे हैं
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से आने वाले मिलन सिंह विश्वकर्मा आज पूरे भारत के किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुके हैं। परंपरागत खेती
अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (IRRI), फिलीपींस के वैज्ञानिकों ने एक बेहद अहम शोध में चावल की कुछ खास किस्मों की पहचान की है, जिनमें शक्तिशाली
1.मौसम की मार से पहले सावधान हो जाएं बागवान उत्तर प्रदेश में आम की तुड़ाई का मौसम जून से शुरू होता है। बागवान इस समय
2024-25: संकट का सालइस वर्ष गन्ने की पेराई अवधि घटकर सिर्फ 90 दिन रह गई, जबकि पिछले साल यह 130-150 दिन थी। कुल चीनी उत्पादन
भारत के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है! भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने दो नई धान की किस्में विकसित की हैं —
नमस्कार किसान भाइयों! भारत मौसम विभाग (IMD) ने 3 मई 2025 का ताज़ा ऑल इंडिया वेदर बुलेटिन जारी किया है। अगले कुछ दिनों में देशभर
📰 हिंदी कृषि समाचार | आसान भाषा में | किसानों के लिए खास नई चने की किस्म पूसा चना-4037 (अश्विनी) देगी ज्यादा उपज, ज्यादा प्रोटीन
2025 के खरीफ मौसम की शुरुआत एक अच्छी खबर के साथ हुई है! Skymet नामक निजी मौसम एजेंसी ने कहा है कि इस साल दक्षिण-पश्चिम
खेतों की विरासत और बदलाव का सपना राधेश्याम का खेती से जुड़ाव उनके पिता के समय से ही था। उनके पिता 3 एकड़ में परंपरागत
परिचय भारत में महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और कई अन्य राज्यों में अंगूर की खेती बड़े पैमाने पर होती है। लेकिन इस फसल में डाउनी मिल्ड्यू (Downy
🌱 कुदरती खेती की ओर – रामलाल की नई शुरुआत 🚜 गाँव के छोटे किसान रामलाल के लिए खेती अब पहले जैसी फायदेमंद नहीं रही थी। हर
शंकरपुरा, उडुपी का एक साधारण व्यक्ति, जोसेफ लोबो, जो कभी ड्राइवर थे, आज पूरे भारत में चर्चा का विषय हैं। वजह? उन्होंने अपनी छोटी-सी छत पर जापान
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