नमस्कार किसान भाइयों!
भारत मौसम विभाग (IMD) ने 3 मई 2025 का ताज़ा ऑल इंडिया वेदर बुलेटिन जारी किया है। अगले कुछ दिनों में देशभर में मौसम में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, जिनका आपकी खेती और फसलों पर सीधा असर पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको सरल हिंदी में बताएंगे कि किस राज्य में कैसा मौसम रहेगा और किसानों को क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
सबसे पहले बात करते हैं उत्तर और मध्य भारत की, जहां अगले कुछ दिनों तक तेज़ गर्मी और लू का असर बने रहने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड और विदर्भ क्षेत्र में दिन का तापमान 44°C से ऊपर जा सकता है और लू चलने के आसार हैं। ऐसे में किसान भाइयों से निवेदन है कि दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक खेतों में काम करने से बचें, खूब पानी पीएं, नींबू पानी या छाछ का सेवन करें, और अपने पशुओं को छायादार स्थान में रखें।
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के राज्यों में जैसे कि असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ ही कुछ जगहों पर तेज़ हवाएं (40–50 किमी प्रति घंटा) और बिजली गिरने की घटनाएं भी संभव हैं। किसानों को सलाह है कि वे कटी हुई फसल को ढक कर रखें, बिजली से बचाव के लिए Damini ऐप का उपयोग करें और नई बुवाई से पहले मिट्टी की नमी की जांच अवश्य करें।
बिहार, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों में मौसम दोहरा रूप ले सकता है — दिन में तेज़ गर्मी और शाम को आंधी-तूफान के साथ बारिश। इस कारण खड़ी फसलों को नुकसान पहुंच सकता है, विशेष रूप से फलदार पौधों जैसे केला, आम और पपीता को सहारा देने की आवश्यकता है। तेज़ हवाओं से फसलों की रक्षा के लिए बांस या जाल का उपयोग करें।
इस समय कुछ बेहद उपयोगी मोबाइल ऐप्स हैं जो किसान भाइयों के लिए खासतौर पर बनाए गए हैं। Meghdoot App से आप अपने इलाके के अनुसार कृषि सलाह प्राप्त कर सकते हैं, Damini App बिजली गिरने की चेतावनी देता है, और Mausam App से दैनिक मौसम अपडेट मिलते हैं।
अब फसलवार बात करें तो उत्तर भारत में गेहूं की कटाई तुरंत पूरी कर लेनी चाहिए, क्योंकि बारिश से नुकसान संभव है। पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में धान की नर्सरी लगाने का यह उचित समय है। महाराष्ट्र और बिहार में आम की फसल पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है, वहीं राजस्थान में मूंग की फसल को लू से बचाने के लिए दोपहर की सिंचाई से बचें। तेलंगाना और ओडिशा में मक्का की बुवाई करते समय बीज उपचार करना न भूलें।
आने वाले 5 दिनों का मौसम कुछ इस प्रकार रहने की संभावना है: 3 से 4 मई के बीच उत्तर भारत में लू अपने चरम पर होगी। 4 से 5 मई को पूर्वोत्तर भारत में गरज के साथ बारिश की संभावना है। 5 और 6 मई को ओडिशा और विदर्भ में आंधी और बारिश दोनों हो सकते हैं, जबकि 6 मई को केरल और तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
अंत में, AgriDoot की तरफ़ से किसान भाइयों को यही सलाह है कि मौसम की जानकारी के अनुसार खेती करें। अब मौसम तेजी से बदल रहा है, ऐसे में मौसम पर आधारित खेती (Climate-smart farming) ही आने वाले समय की ज़रूरत है। रोज मौसम की जानकारी लें, सरकारी ऐप्स का उपयोग करें और जलवायु के अनुकूल खेती के तरीकों को अपनाएं।
इस जानकारी को अपने गांव और आसपास के किसान मित्रों के साथ जरूर साझा करें ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें।